दिल से तिरा ख़याल न जाए तो क्या करूँ मैं क्या करूँ कोई न बताए तो क्या करूँ उम्मीद-ए-दिल-नशीं सही दुनिया हसीं सही तेरे बग़ैर कुछ भी न भाए...